Kadaknath Murgi Palan: मुर्गी की यह नस्ल आपको बना देगी लखपति, शहरों में खूब डिमांड और तगड़ा मुनाफा

अगर आप खेती करते हैं, तो साथ में पशुपालन का व्यवसाय शुरू करके भी लाभ कमा सकते हैं। विशेष रूप से, मुर्गी पालन एक लाभदायक विकल्प है। आप कृषि व्यवसाय के साथ-साथ पशुपालन में भी सफल करियर बना सकते हैं।

Kadaknath Murgi Palan: मुर्गी की यह नस्ल आपको बना देगी लखपति, शहरों में खूब डिमांड और तगड़ा मुनाफा
Kadaknath Murgi Palan: मुर्गी की यह नस्ल आपको बना देगी लखपति, शहरों में खूब डिमांड और तगड़ा मुनाफा

हालांकि कुछ लोग खेती को घाटे का सौदा मानते हैं, लेकिन वास्तव में खेती में सालाना लाखों रुपये कमाए जा सकते हैं। कई लोगों ने तो अपनी नौकरियां छोड़कर खेती शुरू कर दी है। हम आपको बताना चाहते हैं कि खेती के साथ-साथ आप पशुपालन का व्यवसाय भी कर सकते हैं। इसमें मुर्गी पालन एक बहुत ही फायदेमंद विकल्प है। अगर आप कृषि व्यवसाय में सफलता पाना चाहते हैं, तो मुर्गी पालन एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

मुर्गी पालन का व्यवसाय ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में प्रसिद्ध है। लोग अधिक मुनाफा कमाने के लिए विभिन्न नस्लों की मुर्गियों का पालन करते हैं, जिसमें कड़कनाथ नामक मुर्गी की नस्ल सबसे प्रसिद्ध और बेहतरीन मानी जाती है। कड़कनाथ मुर्गी की बाजार में बहुत अधिक मांग है, और इस मुर्गी के पालन से किसान अपनी आय को दोगुनी से भी अधिक कर सकते हैं। कड़कनाथ मुर्गी का मांस और अंडा औषधीय गुणों से भरपूर होता है। अन्य प्रजातियों की तुलना में कड़कनाथ मुर्गी का मांस और अंडे काफी महंगे होते हैं। इसके एक अंडे की कीमत लगभग 30 रुपये होती है, जबकि इसका मांस 900 से 1200 रुपये प्रति किलो तक मिलता है।

कड़कनाथ मुर्गे की पहचान उसकी काली त्वचा, पंख, मांस और खून से होती है। सफेद चिकन की तुलना में इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है और यह हृदय और मधुमेह के रोगियों के लिए लाभदायक माना जाता है। इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता, कम वसा, प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है, जो एनीमिया के रोगियों के लिए भी लाभकारी है।

मुर्गी पालन के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना आवश्यक है:

  1. कड़कनाथ मुर्गी विश्वसनीय व्यक्ति या फार्म से ही खरीदें, क्योंकि इसमें धोखाधड़ी की संभावना होती है।
  2. मुर्गी खरीदने के बाद पोल्ट्री फार्म गांव या शहर से थोड़ी दूर पर खोलें।
  3. कड़कनाथ मुर्गी पालन के लिए कृषि विज्ञान केंद्र या पंजीकृत संस्था से प्रशिक्षण लें।
  4. नाबार्ड और ग्रामीण विकास बैंक से लोन भी मिल सकता है।
  5. पोल्ट्री फार्म की ट्रेनिंग के लिए नजदीकी सरकारी संस्थान में जाकर योजना से जुड़कर लाभ प्राप्त करें।
  6. फॉर्म को जमीन से थोड़ी ऊंचाई पर बनाए ताकि जल भराव न हो।
  7. फॉर्म में हमेशा रोशनी और पानी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए।
  8. विभिन्न बैंक से लोन प्राप्त कर सकते हैं।

मुर्गी पालन आमतौर पर ग्रामीण इलाकों में खाली जगह पर और गांव से थोड़ी दूर किया जाता है।

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