सभी कक्षा 1 से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को सरकार द्वारा मुफ्त यूनिफार्म प्रदान की जाएगी।
वर्तमान समय में स्कूली शिक्षा काफी महंगी हो गई है। गरीब परिवार अपने बच्चों को स्कूल में पढ़ाने की कोशिश करते हैं, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अब सरकार ने यह निर्णय लिया है कि सभी छात्रों को कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक मुफ्त यूनिफार्म ड्रेस दी जाएगी। पहले यूनिफॉर्म ड्रेस के लिए धनराशि दी जाती थी, लेकिन अक्सर बच्चे उस धनराशि को अन्य कार्यों में खर्च कर देते थे और अपनी यूनिफॉर्म नहीं बनवा पाते थे। इस नई योजना के अंतर्गत छात्रों को सीधे यूनिफार्म प्रदान की जाएगी, जिससे वे आर्थिक बोझ से मुक्त होकर अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
यूनिफॉर्म के साथ-साथ, बच्चों को जूते, मोजे, बेल्ट, टोपी, और स्वेटर जैसी आवश्यक वस्त्र भी नि:शुल्क प्रदान किए जा रहे हैं। इस योजना के तहत विभिन्न राज्यों में छात्र-छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।
बिहार में कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी छात्रों को निःशुल्क ड्रेस दी जाती है। इसमें उन्हें जूते, मोजे, बेल्ट, और टोपी भी शामिल होते हैं। ये ड्रेस रेडीमेड यूनिफॉर्म के रूप में प्रदान की जाती हैं।
उड़ीसा राज्य में, सरकार कक्षा 1 से 10वीं तक के बच्चों को निःशुल्क ड्रेस सेट देती है। इसमें लड़कों के लिए चेकदार सफेद शर्ट और हरे पैंट, तथा लड़कियों के लिए सफेद सलवार, हरी जैकेट और कुर्ता शामिल हैं। इसके अलावा, हर छात्र को एक जोड़ी जूते, दो जोड़ी मोजे, एक टी-शर्ट, एक ट्रैक पैंट और एक टोपी भी दी जाती है।
राजस्थान में, कक्षा 1 से 8वीं तक के सभी छात्रों को स्कूल ड्रेस के लिए कपड़ा निःशुल्क दिया जाता है और ड्रेस सिलवाने के लिए अलग से पैसे दिए जाते हैं।
उत्तर प्रदेश में, प्राथमिक स्कूल के बच्चों के अभिभावकों के खाते में यूनिफॉर्म के पैसे भेजे जाते हैं, ताकि वे ड्रेस सिलवा सकें। इसके अलावा, कई राज्यों में छात्रों को निःशुल्क किताबें भी दी जाती हैं।
मध्य प्रदेश सरकार भी छात्रों को निःशुल्क यूनिफॉर्म प्रदान करती है। पहले कपड़ा उपलब्ध कराया जाता है और फिर उसे छात्रों में बांटा जाता है।