बिजली के बिलों में इस महीने से फिक्स चार्ज में इज़ाफ़ा कर दिया गया है, जिससे बिजली उपभोक्ताओं को एक और झटका लगा है। इस बदलाव के कारण उपभोक्ताओं की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। 1 अगस्त से ही बिजली के बिलों में फिक्स चार्ज में वृद्धि लागू हो गई है, जिससे खर्च में बढ़ोतरी हो गई है।
राजस्थान के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना सामने आई है। राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग ने राज्य की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों के लिए नए टैरिफ आदेश जारी किए हैं, जो 1 अगस्त से लागू हो चुके हैं। इन आदेशों के अनुसार, बिजली उपभोग दरों में मामूली वृद्धि के साथ-साथ विभिन्न श्रेणियों के उपभोक्ताओं से लिए जाने वाले फिक्स चार्ज में 5% से 15% तक की बढ़ोतरी की गई है।
आयोग ने जयपुर, अजमेर और जोधपुर विद्युत वितरण कंपनियों के लिए वर्ष 2024-25 के लिए टैरिफ आदेश जारी किए हैं। इस नए टैरिफ के तहत, विभिन्न श्रेणियों के विद्युत उपभोक्ताओं पर स्थाई शुल्क और बिजली की यूनिट दरों में वृद्धि की गई है। अब, बिजली खपत के अनुसार उपभोक्ताओं को इस बार 75 रुपये या उससे अधिक का स्थाई प्रभाव शुल्क बिजली कंपनियों द्वारा वसूला जाएगा।
राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, बीपीएल और आस्था श्रेणी समेत अन्य गैर-घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए भी 1 अगस्त से नए टैरिफ लागू हो गए हैं। कुछ श्रेणियों में बिजली बिल की दरों में आंशिक वृद्धि की गई है, जबकि अन्य में उपभोग शुल्क को यथावत रखते हुए स्थाई शुल्क में 15% तक की बढ़ोतरी की गई है।
50 यूनिट से लेकर 500 यूनिट से अधिक बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को अब इस महीने से 20 से 75 रुपये तक अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना होगा।
घरेलू श्रेणी एचटी, गैर-घरेलू श्रेणी एलटी और एचटी श्रेणी के उपभोक्ताओं के स्थाई प्रभार में प्रति कनेक्शन प्रति महीने 25 से 40 रुपये तक की वृद्धि की गई है। वहीं, गैर-घरेलू श्रेणी में 5 किलोवाट से अधिक के स्वीकृत कनेक्शन भार पर 150 रुपये प्रति किलोवाट प्रति महीने की वृद्धि की गई है। 50 किलोवाट से ऊपर के उपभोक्ताओं के लिए अब 270 रुपये प्रति केवीए की जगह 300 रुपये प्रति केवीए प्रति महीने का स्थाई प्रभाव शुल्क लागू होगा।
किस श्रेणी में कितना स्थाई शुल्क
बीपीएल, आस्था कार्ड धारक, लघु उपभोक्ता- प्रथम 50 यूनिट
वर्तमान विद्युत दरों और शुल्क में बदलाव
- विद्युत यूनिट दरें:
- पहले: ₹3.50 प्रति यूनिट
- अब: ₹4.75 प्रति यूनिट
- स्थाई शुल्क:
- सामान्य उपभोक्ता:
- पहले: ₹100 प्रति माह
- अब: ₹150 प्रति माह
- लघु उपभोक्ता:
- पहले: ₹125 प्रति माह
- अब: ₹150 प्रति माह
- सामान्य उपभोक्ता:
- उपभोक्ता श्रेणियां:
- 50 यूनिट से अधिक उपभोग पर घरेलू श्रेणी LT-1 स्लैब लागू
- घरेलू सामान्य श्रेणी-1 के तहत, 150 यूनिट तक उपभोग पर दरें यथावत
- स्थाई शुल्क में बदलाव:
- पहले: ₹230 प्रति माह
- अब: ₹250 प्रति माह
सामान्य घरेलू श्रेणी- 2
150 से 300 यूनिट तक
300 यूनिट मासिक उपभोग पर विद्युत शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
स्थाई शुल्क पहले: 275 रुपए प्रति कनेक्शन प्रति माह
स्थाई शुल्क अब: 300 रुपए प्रति कनेक्शन प्रति माह
सामान्य घरेलू श्रेणी – 3
300 यूनिट से उपर व 500 यूनिट तक प्रतिमाह उपभोग
पहले: स्थाई प्रभार 345 रुपए प्रति कनेक्शन प्रति माह था।
अब: स्थाई प्रभार 400 रुपए प्रति माह कर दिया गया है।
सामान्य घरेलू श्रेणी – 4
500 यूनिट प्रतिमाह से उपर उपभोग
बिल की स्थाई प्रभार में बदलाव हुआ है। पहले स्थाई प्रभार 400 रुपए प्रति कनेक्शन प्रति माह था, जबकि अब इसे बढ़ाकर 450 रुपए प्रति माह कर दिया गया है। विद्युत उपभोग दरें पहले की तरह ही यथावत बनी हुई हैं।
Sab to thik hai sir…par vatika , lakhna Road me jo subharay housing hai woha to Puri din me bizli bhut bar cut hote hai….preshan ho gye hum …please agar aaplog kuch kar sakte hai to dekhiyega
आप लोग Headlines में राज्य का नाम क्यों नहीं लिखते है कि राजस्थान में बिजली की दरों में वृद्धि। असमंजस और भ्रम की स्थिति होती है Heading पढ़ कर। कृपया सुधार करें। यह पारदर्शिता नहीं है समाचार देने में।