Bharat Bandh News: 21 अगस्त को आरक्षण में क्रीमीलेयर के मुद्दे को लेकर भारत बंद का ऐलान किया गया है। इस बंद के दौरान निजी और सरकारी कार्यों पर अवकाश रखा जा सकता है।
बंद का आह्वान आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति द्वारा सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के विरोध में किया गया है, जिसमें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण में उप-वर्गीकरण की अनुमति दी गई है। इस फैसले के विरोध में कई दलित संगठनों और राजनीतिक दलों ने समर्थन जताया है।
बंद के दौरान, आम जनता के बीच यह सवाल उठ रहा है कि कौन-कौन सी सेवाएं चालू रहेंगी और कौन-कौन सी सेवाएं बंद होंगी। लोग जानना चाहते हैं कि क्या उनके शहर में स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय और बाजार बंद रहेंगे, या वे जरूरी कामों के लिए घर से बाहर निकल सकते हैं।
भारत बंद के दौरान, स्कूल और कॉलेज बंद होने की संभावना है। हालांकि, सरकारी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा अलग-अलग जगहों पर हो सकती है, इसलिए इस बारे में स्थानीय स्तर पर जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है।
बाजारों और दुकानों को बंद रखने की अपील बंद का आह्वान करने वाले संगठनों द्वारा की गई है, लेकिन यह पूरी तरह से स्थानीय बाजार समितियों की पुष्टि पर निर्भर करेगा कि बाजार खुलेंगे या नहीं।
सरकारी दफ्तरों और बैंकों के बंद रहने की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है, और कर्मचारी अपने नियत समय पर कार्य कर सकते हैं। आपातकालीन सेवाएं, जैसे एंबुलेंस, अस्पताल, पानी और बिजली की सेवाएं, बंद के दौरान भी चालू रहेंगी।
बंद के दौरान हिंसा की संभावना को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पूरे राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं, और संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाएगी। अगर आप 21 अगस्त को बाहर निकलने की योजना बना रहे हैं, तो स्थानीय परिस्थितियों के बारे में पहले से जानकारी प्राप्त करना आपके लिए बेहतर होगा।