बकरी पालन को मुनाफे का बिजनेस माना जाता है, जिसमें सरकार द्वारा पशुपालन योजना के तहत वित्तीय समर्थन भी प्राप्त किया जा सकता है। सरकार द्वारा बकरी पालन के लिए 50 लाख रुपए तक की सहायता प्रदान की जाएगी, जो इस व्यवसाय को और भी अधिक आकर्षक बनाता है।
बकरी पालन का व्यवसाय एक ऐसा उपाय है जो किसानों और ग्रामीणों के लिए अत्यंत सकारात्मक साबित हो रहा है। यह व्यवसाय न केवल अतिरिक्त आमदनी प्रदान करता है, बल्कि स्थानीय गांवों में रोजगार के अवसर भी सृजित करता है।
बकरी पालन के लिए शुरूआत करना सरल है, और यह व्यवसाय सरकारी मदद के साथ अधिक अनुकूल बन रहा है। कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं और सब्सिडी प्रदान की जा रही हैं।
बकरी पालन उद्यमियों को विभिन्न तरह की लाभ प्रदान करता है, जैसे कि दूध, दही, मांस और चमड़ा। इसके साथ ही, बकरी के मल का उपयोग उर्वरक और कम्पोस्ट बनाने में भी किया जा सकता है, जो कि कृषि क्षेत्र में उपयोगी होता है।
इस व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए, सरकारी निर्देशन, प्रशिक्षण, और वित्तीय सहायता जैसी अनेक सुविधाएं उपलब्ध हैं। यह न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक संरक्षण प्रदान करता है, बल्कि अधिक लोगों को उनकी खुद की व्यवसायिक स्वतंत्रता का अनुभव करने का मौका भी देता है।
अगर आप एक बकरी पालन व्यवसाय शुरू करने की सोच रहे हैं, तो आपके पास पैसे की आवश्यकता होगी। इसके लिए, आप विभिन्न निजी और सरकारी बैंकों से लोन ले सकते हैं। सरकार के द्वारा प्रदान की जाने वाली पशुपालन योजना के अंतर्गत, ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों और छोटे किसानों को पशुपालन के लिए लोन की सुविधा प्रदान की जाती है। इससे रोजगार के अवसरों में वृद्धि हो सकती है।
इस योजना के तहत, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसानों को 60% तक सब्सिडी दी जाती है, जबकि सामान्य वर्ग के लोगों को 50% तक सब्सिडी उपलब्ध कराई जाती है। यह सब्सिडी राज्य स्तर पर अलग-अलग हो सकती है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, और हरियाणा में, किसान बकरी पालन को अपना व्यवसाय बनाने के साथ-साथ खेती के साथ जोड़ते हैं। इस तरह के व्यवसाय में नुकसान की संभावना कम होती है।
सरकार द्वारा 5 लाख से लेकर 50 लाख रुपए तक की सब्सिडी दी जाती है। आप नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट से भी इस लोन को प्राप्त कर सकते हैं। बैंक या लोन संस्थाओं की मदद से बकरी पालन लोन प्राप्त किया जा सकता है।
पशु विभाग के उपनिदेशक के अनुसार, छोटे पशुपालक को कम से कम 100 भेड़ या बकरी और 5 बकरे होने चाहिए, जिसके लिए 10 लाख की सब्सिडी मिलेगी। और इसी तरह, आप अनुसार 400 भेड़ या बकरी और 20 बकरे होने पर 40 लाख की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।
आवेदनकर्ता को राज्य का मूल निवासी होना चाहिए और आयु सीमा 18 से 65 वर्ष तक होनी चाहिए। आवेदक के पास न्यूनतम 0.25 एकड़ की भूमि पशुओं के चारागाह के लिए होनी चाहिए। लोन के लिए आवेदनकर्ता को आधार कार्ड, पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट, जाति प्रमाण पत्र, बीपीएल कार्ड, भूमि रजिस्ट्री के दस्तावेज, और मोबाइल नंबर की आवश्यकता होगी।
पशुपालन बकरी पालन योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
पशुपालन बकरी योजना के लिए आवेदन करने के लिए, आप अब आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए, आपको सरकारी वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा। इसके लिए आपको एसएसओ आईडी की आवश्यकता हो सकती है। यदि आपके पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है, तो आप नजदीकी ई-मित्र केंद्र या सीएससी केंद्र पर जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।
आपको अपने जिले के पशु विभाग के कार्यालय या नजदीकी पशु अस्पताल में भी जाकर योजना के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यहां आपको आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी मिलेगी। इसके अलावा, आप अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय में भी जाकर पशु पालक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यहां आपको पशु की देखभाल और संभाल के लिए महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी।
Bakri Palan Scheme Check
सरकार द्वारा समय-समय पर लोगों के लिए नई-नई योजनाएं जारी की जाती हैं ऐसी ही योजनाओं की जानकारी समय से पाने के लिए हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ सकते हैं।